Shri Popatlal F. Sundesha
President
Shri Kailsh T. Kavediya
Secretary
आज की शक्ति…
नारी उत्थान को कटिबद्ध विद्यावाडी परिवार विकास पथकी ओर अग्रसर है । विद्यावाडीरूपी ‘मॉंशारदा’ के इस भव्य मंदिर को वर्तमानरूप देनेमें अनगिनतशिल्पियोंने अपना योगदान दिया हैं । नारी शिक्षा की दृष्टिसे इस क्षेत्र में विद्यावाडी ने कई कीर्तिमान स्थापित किए हैं ।
“लक्ष्य है अति दूर, दुर्गम मार्ग है, हम जानते है ।
किन्तु पथ के कंटकों को, हम सुमन ही मानते है ।।
शिक्षा के साथ ही बालिकाओं के शारीरिक, मानसिक, बौद्धिक एवं आध्यात्मिक विकास परभी ध्यान दिया जाता है । खेलकूद, हस्तशिल्प, आधुनिक तकनीक, कम्प्यूटर इत्यादि वैकल्पिक क्षेत्रोमें पारंगत होकर इस विशाल उद्यान में पुष्पित-पल्लवित छात्रायें अपने दोनो कुलो को धन्य करती हुई अपने कर्त्तव्यों का निर्वाह करने में सक्षम हो जाती है । शिक्षाके इस महायज्ञमें विद्यावाडी की शिक्षिकाऍं श्रेष्ठप्रयासो द्वारा सुकुमारी बच्चियों को तराश कर हीरा बनाने में महान् उद्देश्यों की पूर्ति में प्रयास रत हैं ।
इस पवित्र संस्थाकी सेवा करने का अवसर पाकर हम अपने जीवनको सार्थक समझते है । हम उन सभी अभिभावकों, महानुभावों का हार्दिक आभार प्रकट करते हैं जिन्होने तन-मन-धन से इस संस्थाको सिंचित किया । तब यह संस्था आज रविन्द्रनाथ टैगोर के शैक्षिक दृष्टिकोण को चरितार्थ करती प्राकृतिक सुरम्यवातावरणमें शिक्षा र्जनका सुन्दर अवसर प्रदान कर सकी ।
अभी तक स्त्री का मूल्य आँका जाता था, अब समय आ गया है कि हम उसकी महत्ताको स्वीकार करें । स्त्रीत्व इस धरती का सबसे बडा उत्सव है, जिसे पूरी तरह खिलने दिया जाएतो हमारी सभ्यता की बहुतसी एकांगिकताऍं और रूग्णताएं समाप्त हो सकती है । महिला शिक्षा के प्रति सजग यह संस्था लगातार प्रगती के मार्ग पर अग्रसर हो रही है । उसकेलि एउन सभीसहयोगियों, सभी सदस्योंका जो प्रत्यक्षया अप्रत्यक्षरूपसे इस संस्थासे जुडे हैं का हार्दिक आभार व्यक्त करते है जिनके अथक प्रयासों व परिश्रम से यह संस्था गौरवान्वित हुई व उज्जवल भविष्य प्राप्त कर सकी । हम समयके आवश्यकतानुसार अभिभावकों और समाजके सहयोगसे महान् लक्ष्यों की प्राप्ति करेंगे, ऐसा हमें विश्वास हैं ।